अजब गजब: दुनिया में इस जगह पाया जाता है बौनों का गांव, इसका रहस्य सुलझाने में वैज्ञानिक भी हैं हैरान
- यह है दुनिया का सबसे अजीबोगरीब गांव
- जहां की आधी से ज्यादा आबादी पैदा होती है बौनी
- इस रहस्य के बारे में वैज्ञानिक भी हुए हैरान
डिजिटल डेस्क, भोपाल। दुनिया में कई लोग लंबे से लेकर छोटी कद-काठी तक के पाए जाते हैं। कई बार हमे कुछ ऐसे लोगों के बारे में भी पता चलता हैं, जो या तो जरूरत से ज्यादा लंबे या फिर बेहद छोटे कद के होते हैं। ऐसे में लोग उनका मजाक भी उड़ाते हैं। इतना ही नहीं बल्कि उन्हें तरह तरह के शब्दों से कहकर चिढ़ाते भी हैं। हालांकि, लंबे लोगों से ज्यादा छोटे या बौनें लोगों को समाज के तानों को सुनना और झेलना पड़ता हैं। समाज में बौनों लोगों को काफी कमजोर समझा जाता है। जिस वजह से कई बार उनके अंदर हीन भावना उतपन्न होने लग जाती हैं। हालांकि, दुनिया में बौनों की संख्या इतनी ज्यादा नहीं होती है। लेकिन, क्या आप जानते है कि दुनिया में एक जगह पर अधिकांश बौनों का पूरा गांव बसा हुआ है। इस गांव में अधिकतर जन्म लेने वाला शख्स बौना ही होता हैं। इस बारे में जानकर आप हैरान जरूर हो रहे होंगे। क्योंकि यह बिल्कुल सच हैं। इस गांव में बौनों के पैदा होने वाले रहस्य को लेकर वैज्ञानिक भी खुद हैरान हैं। उन्हें अभी तक इसके बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है।
चीन में स्थित है यह गांव
दरअसल, यह गांव और कहीं नहीं बल्कि भारत के पड़ोसी मुल्क चीन में हैं। शिचुआन प्रांत स्थित सुदूर इलाके में यांग्सी नाम का गांव पाया जाता है। यहां पर 50 प्रतिशत बौनों की आबादी रहती है। वहीं, इस गांव के नागरिकों की बात करें तो 80 में से 36 लोग का कद केवल 2 फीट 1 इंच से लेकर 3 फीट 10 इंच के करीब रहता है। यही कारण है कि दुनिया में यह गांव बौनों के नाम से प्रसिद्ध है। दूसरी ओर, इस गांव में लोगों के बौने पैदा होने के राज को लेकर वैज्ञानिक पिछले 67 सालों से रिसर्च कर रहे हैं। उन्हें इसे लेकर कोई कामयाबी हासिल नहीं हुई है। मगर, इस गांव की आधी से ज्यादा अबादी शुरू से बौनी पैदा नहीं हो रही है। एक समय पर यहां लोग सामान्य कद काठी के पैदा होते थे। इस बारे में गांव में रहने वाले बुजुर्गों को कहना है कि दश्कों पहले यहां एक भयंकर बीमारी फैल गई थी। जिससे गांव के रहने वाले लोग इस रोग से ग्रसित हो गए थे। जिसके चलते तभी से गांव में पैदा होने वाला बच्चों की कुछ समय में ऊंचाई रूक जाती है।
वैज्ञानिकों ने गांव में की रिसर्च
गांव के लोगों का कहना है कि साल 1911 के बाद से लोग बौने पैदा हो रहे हैं। हालांकि, आधिकारिक रूप से इस खतरनाक बीमारी का साल 1951 में खुलासा हुआ था। जब प्रशासन को गांव में पीड़ितों के अंग छोटे होने का मामला सामने आया था। मगर, तब से लेकर अब तक गांव के लोगों में बौनेपन की वजह नहीं पता चल पाई है। इसे लेकर वैज्ञानिक भी नहीं पता लगा पाए हैं कि आखिर चीन के इस गांव के लोगों की लंबाई क्यों नहीं बढ़ पा रही हैं। इस बात की तह तक जाने के लिए वैज्ञानिकों ने उस गांव के पानी, मिट्टी और अनाज की जांच भी की। मगर, उनकी सारी रिसर्च विफल साबित हुई।